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समय-सीमा देकर खुद को कैसे करे प्रेरित ?

  समय-सीमा देकर खुद को कैसे करे प्रेरित ?

”समय उसी को सफल बनाता है, जो समय को खुद चलाते हैं”

वक्त के महत्व से हर कोई वाकिफ है, जाहिर है कि गुजरा हुआ वक्त  कभी वापस नहीं आता इसलिए वक्त को यू हीं नहीं जाया करें। जिस तरह से हमारी जिंदगी में समय का महत्व है ठीक उसी तरह समय- सीमा भी हमारी जिंदगी में काफी मायने रखती है और हमे सफल बनाने में हमारी मद्द भी करती है।

अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर समय-सीमा में सफलता का रहस्य कैसे छिपा है। इसका जवाब हम आपको इस आर्टिकल में देंगे और बताएंगे कि समय-सीमा हमें सफलता के लिए कैसे प्रेरित करती है।

क्या है समय-सीमा? – What is a Deadline

किसी काम के लिए समय का निर्धारण करना ही समय-सीमा है या फिर यूं कहें कि किसी काम को करने के लिए जो प्रेरित करती है वो समय सीमा है।

जी हां डेडलाइन या समय-सीमा के बिना कोई भी काम करना बेहद मुश्किल है। ठीक वैसे ही जैसे सफल होने के लिए सकरात्मक विचार प्रेरित करते हैं वैसे ही किसी काम को उसका अंतिम रूप देने के लिए और अपने मकसद में कामयाब होने के लिए समय सीमा का बहुत महत्व है।

जिसने भी बिजनेस, सेल्स डिपार्टमेंट या फिर मीडिया संस्थान में काम किया होगा उससे बेहतर समय-सीमा के महत्व को कोई नहीं जान सकता। समय-सीमा की शक्ति इतनी बलवान होती है कि अक्सर काम को पूरा करने के लिए व्यक्ति के सिर पर मंडराती रहती है।

अगर दूसरे शब्दों में कहें तो डेडलाइन वो है जो किसी काम को करने के लिए न सिर्फ प्रेरित करती है बल्कि अगर कोई काम आप निश्चित डेडलाइन पर करते हैं तो आपके अंदर आत्मविश्वास की भावना जागृत भी करती है।

साथ ही ये आपको धनी बनाने में भी आपकी मद्द कर सकती है। अगर आप वाकई में एक सफल व्यक्ति बनना चाहते हैं तो आपके लिए समय-सीमा के महत्व को समझना बेहद जरूरी है।

समय-सीमा के बिना आप बेकार हैं – (Without a deadline you’re useless )

डेडलाइन के बिना आप किस तरह  बेकार हैं , इसके लिए हम आपको एक उदाहरण के माध्यम से आपको  समझाते हैं –

मान लीजिए कि अमीत नाम का शख्स एक अच्छा ब्लॉगर है और वह हर दो घंटे में 1 ब्लॉग पोस्ट करता है। कुल मिलाकर वह हर दिन 8 घंटे काम करता है जिसमें वह 4 ब्लॉग पोस्ट करता हैं।

हर रोज वह अपनी 2 घंटे की डेडलाइन के मुताबिक काम करता है। और इस तरह 30 दिन में वह 120 या फिर इससे ज्यादा ब्लॉग पोस्ट करता है। ब्लॉग के लिए नियमित रूप से काम करने की वजह से वह देखता है कि धीरे-धीरे उसके ब्लॉग में विजिटर्स की संख्या बढ़ रही है और तो और कुछ ही समय में उसे इससे अच्छी आमदनी भी होने लगती है। और वह एक सफल ब्लॉगर बन जाता है।

वहीं दूसरी तरफ अमीत इसके विपरीत बिना डेडलाइन के काम करना शुरू करता है। लेकिन जब वो ऐसा कर रहा होता है तो दिन में एक ब्लॉग पोस्ट करना भी उसके लिए बेहद मुश्किल होता है।

क्योंकि इस दौरान वह सोचता है कि दिन में वो कभी भी ब्लॉग लिखकर पोस्ट कर सकता है। इसलिए वह कभी फेसबुक पर चैट कर, यू-ट्यूब वीडियो देखकर या फिर अपने रोजमर्रा के कामों में लगा रहता है जिससे उसका समय कब निकल जाता है उसे पता ही नहीं चलता और पूरा दिन उसका बर्बाद हो जाता है।

और वह दिन में महज एक पोस्ट भी नहीं पता जिससे वह मायूस हो जाता है जबकि वह अगर वह डेडलाइन के मुताबिक काम करता है तो वो एक दिन में 4 पोस्ट करता है और उसके मन में आत्मविश्वास की भावना भी पैदा होती है। इसलिए बिना डेडलाइन के काम करना कभी व्यक्ति को सफलता नहीं दिलवा सकता है।

जैसे कि इस उदाहरण से आप समझ गए होंगे कि बिना डेडलाइन के काम करना किस तरह आपको नुकसान पहुंचा सकता है या यूं कहें कि डेडलाइन के बिना आप बेकार हैं। इसलिए सभी को डेडलाइन की जरूरत है नहीं तो वे कभी अपने लक्ष्यों को हासिल करने में सफल नहीं हो सकेंगे।

खुद से तय करें अपनी समय-सीमा:

जब आप अपनी डेडलाइन के मुताबिक कोई भी काम करते हैं तो जाहिर है कि उसमें से कुछ वक्त अपने लिए भी निकालते हैं। जिंदगी में काम के अलावा भी कई रिश्तें ऐसे होतें हैं जिनके साथ वक्त बिताना भी जरूरी है।

इसी के साथ काम के प्रेशर के बाद फिर से काम में मन लगाने के लिए खुद का मन बहलाना भी जरूरी है और ये सब आप तभी कर सकेंगे जब आप डेडलाइन के मुताबिक काम करेंगे।

मान लीजिए हर शनिवार को आप भी अपने परिवार, दोस्त या फिर किसी खास के साथ पार्टी करना चाहते हैं या फिर वक्त बिताना चाहते हैं या खुद के लिए कुछ शॉपिंग करना चाहते हैं लेकिन आपके पास हर शनिवार को रोज की तरह बहुत काम है ऐसे में अगर आप अपने काम को समय से पूरा कर लेंगे और अपना काम पूरा करने की खुद से डेडलाइन बनाएंगे तो आप अपने काम के साथ-साथ ये सारी चीजें भी कर सकेंगे।

इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि किसी भी काम को तय समय में पूरा करना थोड़ा मुश्किल जरूर है और मेहनत भी ज्यादा है लेकिन अगर आप ऐसा करते हैं तो इससे न सिर्फ आपके रिश्ते मजबूत होंगे, बल्कि आपके अंदर एक सकारात्मक ऊर्जा का भी संचार होगा और फिर आप अपना काम और अधिक मन लगाकर कर सकेंगे इसलिए खुद से समय-सीमा भी तय करना बेहद जरूरी है।

डेडलाइन से व्यक्ति को न सिर्फ कई तरह के फायदे पहुंचते हैं बल्कि डेडलाइन सफलता की तरफ एक पथ भी प्रशस्त करता है जिस पर चलकर व्यक्ति आसानी से अपना लक्ष्य हासिल कर सकता है।

बाद के लिए नहीं टाले कोई काम:

जैसे कि हम सभी जानते हैं कि अगर किसी में काम करने की आदत है तो उसके लिए इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि कौन सा दिन है, कौन सी तारीख है या फिर क्या समय है। लेकिन जो व्यक्ति अपने काम पर ध्यान केन्द्रित नहीं करता और अपने काम से भागता है।

उसके लिए बाद में अपने काम को निपटाना काफी बोझिल है। कई बार तो किसी काम को बाद के लिए छोड़कर व्यक्ति ढ़ेर सारा काम इकट्ठा कर लेता है और काम का ज्यादा प्रेशर अपने सिर ले लेता है। जिसकी वजह से उसे काफी परेशानी का भी सामना करना पड़ता है।

जिस क्षण किसी काम को करने की जरूरत है अगर वो काम उसी क्षण नहीं किया गया हो तो उस काम की महत्वता तो कम होती ही है साथ ही व्यक्ति के अंदर नकारात्मकता की भावना विकसित होती है। वहीं दूसरी तरफ उचित समय पर किया गया काम आपको सफलता अर्जित करने में आपकी मद्द करता है और आपके आत्मविश्वास को बढ़ाता है।

वहीं समय की पांबदी को लेकर महान साहित्यकार और दार्शनिक कबीर दास जी ने भी कहा कि –

”काल करे सो आज कर, आज करे सो अब । पल में प्रलय होएगी, बहुरि करेगा कब” ॥

कबीर दास जी के इस कथन से तात्पर्य है कि जो काम कल करना है उसे आज ही पूरा कर लो और जो आज करना है उसे अभी पूरा कर लो क्यों कि कुछ ही समय में जीवन खत्म हो जाएगा फिर तुम क्या कर पाओगे।

इसलिए अगर डेडलाइन पर आप काम करेंगे तो जाहिर है कि उस निर्धारित समय-सीमा में ही अपना काम पूरा करने कोशिश करेंगे अन्यथा कल के लिए छोड़ा गया काम कभी पूरी नहीं किया जा सकता है साथ ही टाला गया काम हमेशा आपको सफल बनने से भी रोकता है।

इस बात का ध्यान रखें जब भी आप अपनी खाली समय के लिए कोई काम छोड़ते हैं। इसका मतलब है कि आप अपना काम नहीं करने का बहाना ढूंढ रहे हैं या फिर काम नहीं  करने को लेकर खुद को धोखा दे रहे हैं और खुद को संदेह में रख रहे हैं क्योंकि आज के तकनीकी और डिजिटल युग आपका टाइम आपसे तेजी से लूट लेता है और आपको पता भी नहीं चलता कि आपका सारा समय कहां चला गया।

इसलिए आवश्यकता है कि आप अपने काम को खाली समय के लिए नहीं छोड़े बल्कि इसे महत्व देकर तुरंत पूरा करने की कोशिश करें।

डेडलाइन को हमेशा अपने दिमाग में रखने की जरूरत:

जैसे कि हम सभी अपने लक्ष्य का निर्धारण अपने मन में ही करते हैं और अपने लक्ष्यों को हासिल करने के बारे में हमेशा अपने मन में सोचते रहते हैं जिसके लिए हम एक डेडलाइन अपने दिमाग में रखते हैं ताकि अपने लक्ष्य को समय पर  हासिल कर सफल हो सकें।

आपको बता दें कि ”समय-सीमा ( डेडलाइन) आपके मस्तिष्क को आपके खिलाफ काम करने के बजाय आपके साथ काम करने का एक तरीका है”

समय-सीमा एक ऐसी तकनीक है जिसके इस्तेमाल से हमारा दिमाग स्पष्ट रूप से सोचने में मद्द करता है और हम जो चाहते हैं उस पर आसानी से ध्यान केन्द्रित कर सकते हैं। क्योंकि जब तक आप अपने लक्ष्य की तरफ फोकस नहीं करोगे तब तक आपके लिए अपना लक्ष्य हासिल करना बेहद मुश्किल हो जाएगा और आप सफल नहीं हो सकेंगे।

आपको बता दें कि हमारा दिमाग हमें जीत हासिल कराने के लिए नहीं हैं इसलिए बड़ी जीत हासिल करने के लिए डेडलाइन के इस्तेमाल की जरूरत होती है।

डेडलाइन बेहद खूबसूरत है:

जी हां डेडलाइन का महत्व आप तभी समझ सकते है जब आप डेडलाइन पर काम करते हैं साथ ही आप इसकी खूबसूरती भी तभी देख सकेंगे जब तक आप इसका इस्तेमाल नहीं कर लेते। डेडलाइन पर किया गया काम आपको हमेशा आगे बढ़ाने में मद्द करता है और सफल बनाता है।

समय-सीमा में छिपा है आपकी सफलता का रहस्य:

हम हमेशा इसी पर भरोसा करते हैं कि अपनी जिंदगी में हम जो भी सपना देख रहे हैं उसे हकीकत में बदलना या फिर अपने लक्ष्य को भेदना कठिन है या फिर सोचते हैं कि सफलता पाने के मौके नहीं के बराबर हैं। लेकिन जब आप अपनी जिंदगी में डेडलाइन का इस्तेमाल करते हैं तो फिर आपके अंदर एक उम्मीद जागती है और फिर आपको नामुमकिन चीजें भी मुमकिन लगने लगती हैं जिससे बाद आपके लिए रचनात्मक, और सकारात्मक सोच भी विकसित होती है जो आपको सफल बनाने में आपकी सहायता करती है। वाकई में समय-सीमा जैसे शक्तिशाली उपकरणों के माध्यम से अपनी जिंदगी में जीत हासिल की जा सकती है।

”सफलता का मूल मंत्र है कि आप सही काम करें, सही तरीके से करें और सही समय पर करें। ”

 अगर आप डेडलाइन पर काम करते हैं तो निश्चित ही आप अपनी जिंदगी में जीत हासिल कर सकते हैं क्योंकि डेडलाइन आपको सफलता दिलवाने में एक महत्वपूर्ण रोल अदा करती है। बिना समय निर्धारत किए कोई भी काम नहीं करें क्योंकि डेडलाइन के बिना किया गया काम आपको कभी सफलता हासिल नहीं करवा सकता है।

अगर आप अपने लक्ष्य का निर्धारण करते हैं और अपने लक्ष्य को पूरा करना चाहते हैं तो इसके लिए जरूरी है कि आप अपना काम समय-सीमा के साथ करें। जिससे आप अपना काम समय पर कर सकेंगे और आपकी पहचान समाज में एक सफल व्यक्ति के रूप में होगी। 

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