कर्नाटक | सामान्य ज्ञान | सभी महत्वपूर्ण तथ्य
- स्थापना -15 अगस्त,1947
- क्षेत्रफल -191791 वर्ग किमी
- लिंगानुपात -968
- भाषा -कन्नड़
- राजधानी -बंगलुरु
- जनसंख्या -61130704
- साक्षरता -75.60%
- जनसंख्या घनत्व -319
- जिलों की संख्या -30
इतिहास
- कर्नाटक पर नन्द, मौर्य व सातवाहन राजाओं का शासन था । उसके पश्चात बनवासी के कदम्ब तथा गंगों का अधिकार था।
- गोमतेश्वर (श्रवणबेलगोला) की विशाल प्रतिमा चामुण्डराय ने बनवाई थी । पुलकेशिन द्वितीय ने नर्मदा से कावेरी तक राज किया था । चालुक्यों ने विभिन्न मन्दिर बनवाए ।
- इस काल में कन्नड साहित्य का विकास हुआ। कल्याणी के चालुक्य राजाओं तथा उनकी परवर्ती हलेबिड के होयसाल सामन्तों ने सुन्दर मन्दिरों का निर्माण किया और साहित्य तथा ललित कलाओं को प्रोत्साहित किया।
- बहमनी सुल्लानों और बीजापुर के आदिलशाहों ने भारतीय-सारासानी शैली के भव्य भवनों का निर्माण किया । पुर्तगालियों के आने से राज्य में तम्बाकू, मक्का, मिर्च, मूँगफली, आलू आदि की खेती होने लगी ।
- टीपू सुल्लान (1799) तथा पेशवा (1818) की पराजय के पश्चात कर्नाटक ब्रिटिश शासन के अधीन हो गया ।
- स्वतन्त्रता के बाद वर्ष 1953 में मैसूर राज्य बना और कन्नड़ भाषियों की अधिकता वाले विभिन्न क्षेत्रों का एकीकरण किया गया। वर्ष 1973 में इसका नाम कर्नाटक कर दिया गया।
विभिन्न महत्वपूर्ण तथ्य
- कर्नाटक दक्षिण पठार के पश्चिमी किनारे पर स्थित है । इसके पूर्व में आन्ध्र प्रदेश, दक्षिण में तमिलनाडु पश्चिम में अरब सागर तथा उत्तर में महाराष्ट्र तथा गोवा हैं ।
- नदियाँ -कृष्णा, भीमा, मालप्रभा, घाटप्रभा, तुंगभद्रा और वेदवती, कावेरी, हेमवती, शिमशा, अर्कावती, लक्ष्मण तीर्थ और कबिनो
- कृषि -देश के कुल उत्पादन में से 59%कॉफी इसी राज्य में होती है।
- लोकनृत्य -गलनाड तथा तटीय क्षेत्र के यक्षगान, वीरागेस, कमसेल, कोलार तथा डोलुकुनिता यहाँ की प्रचलित नृत्य शैलियाँ हैं। यहाँ का प्रमुख नृत्य ‘ भरतनाट्यम ‘ है।
- संगीत -कर्नाटक संगीत का शास्त्रीय संगीत में विशिष्ट स्थान है। पुरन्दर दास को कर्नाटक संगीत का पितामह कहा जाता है । अन्य कलाकार गंगूबाई हंगल, भीमसेन जोशी, मल्लिकार्जुन इत्यादि हैं ।
- वन्य जीव -राज्य में 25 वन्यजीव अभ्यारण्य व पाँच राष्ट्रीय उद्यान हैं। इनमे मुख्य है-बानेरघाटा, बाँदीपुर राष्ट्रीय उद्यान, नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान, कुद्रेमुख राष्ट्रीय उद्यान।
- पर्यटन -मैसूर स्थित महाराजा पैलेस, पश्चिमी घाट, पत्तदकल (यूनेस्को की सूची में ), ऐहोल के पाषाण मन्दिर, चालुक्य स्थापत्य, गोल गुम्बद, जोग प्रपात (सबसे ऊँचा), गोकक प्रपात, उंचल्लीं प्रपात, भगोड़ प्रपात, एब्बे प्रपात, शिवसमुद्रम प्रपात
- जनजातियाँ -चेंचू, भील, गोण्ड, मलेरू, बेड़ा
- त्यौहार -गणेश चतुर्दशी, युगाडी, हम्पी उत्सव
- संस्थान -अन्तर्राष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (बंगलुरु), भारतीय विज्ञान संस्थान (बंगलुरु), इण्डियन इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स (बंगलुरु), प्रमुख -कर्नाटक राज्य फिल्म पुरस्कार, पम्पा प्रशस्ति (सर्वोच्च साहित्यिक सम्मान)
- पुरस्कार -कर्नाटक रत्न पुरस्कार (साहित्य, कला, संगीत, सामाजिक कार्य)
- डेयरी – कर्नाटक देश के प्रमुख दुग्ध उत्पादकों से है । कर्नाटक मिल्क फेडरेशन के पास 21 डेयरी प्रसंस्करण संयन्त्र हैं जिनकी क्षमता 26.45 लाख ली प्रतिदिन है तथा 42% शीत केन्द्रों की क्षमता 14.60 लाख ली है।
- बागबानी – राज्य में 16.80 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बागवानी होती है । इसमे 101 लाख मीट्रिक टन उत्पादन होता है । केन्द्र सरकार ने राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत र 171.29 करोड़ निर्धारित किए हैं ।
- उद्योग -हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड. हिन्दुस्तान मशीन टूल्स, भारत अर्थ मूवर्स, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, टेलीफोन इण्डस्ट्रीज तथा नेशनल एयरोनॉटिकल लैबोरेटरी इत्यादि। देश मे तैयार सिल्क का 85% कर्नाटक मे पैदा होता है ।
- सिल्क के अतिरिक्त कर्नाटक का चन्दन का साबुन तथा चन्दन का तेल विश्वविख्यात हैं। कर्नाटक जल विद्युत के उत्पादन में अग्रणी राज्य है। वर्ष 190२ मे शिवसमुद्रम में एशिया का पहला जल विद्युत सयन्त्र स्थापित किया गया था।
- बंदरगाह -कर्नाटक राज्य मे 300 किमी लम्बे समुद्र तट पर एक बन्दरगाह हैं-न्यू मंगलौर। इसके अतिरिक्त दस छोटे बन्दरगाह हैं-कारवाड़, बेलेंकेरी, ताडी, भटकल, कुण्डापुर, हंगरकट्टा, मालपे, पदुबिद्री, होन्नावर और पुराना मंगलौर|
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